(कीव, 8 फरवरी, 2024) - ह्यूमन राइट्स वॉच, ट्रुथ हाउंड्स और एसआईटीयू रिसर्च ने आज जारी व्यापक नए निष्कर्षों पर आधारित एक रिपोर्ट में कहा कि मार्च से मई 2022 के बीच यूक्रेन के शहर मारियुपोल पर रूसी सैन्य हमले में हजारों नागरिक मारे गए और घायल हुए, जिनमें से अनेक स्पष्ट रूप से गैरकानूनी हमलों के शिकार हुए थे. इस हमले में लाखों लोग बगैर बुनियादी सेवाओं के हफ्तों तक फंसे रहे. हमले के दौरान रूसी सेनाओं के स्पष्ट युद्ध अपराधों के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका की जांच होनी चाहिए और उन पर समुचित तौर पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए. साथ ही रूस को चाहिए कि युद्ध-संबंधी कानूनों के उल्लंघन से पीड़ित हुए लोगों और उनके परिवारों को मुआवजा दे.
224 पन्नों की रिपोर्ट, "'हमारा जमींदोज़ शहर': रूस द्वारा यूक्रेन के मारियुपोल का विध्वंस," के साथ जारी डिजिटल मल्टीमीडिया फीचर और 20 मिनट का वीडियो नागरिकों की पीड़ा और हजारों इमारतों, जिनमें सैकड़ों ऊंची इमारतें, अस्पताल, शैक्षिक संस्थान और बिजली एवं पानी के बुनियादी ढांचे शामिल हैं, की तबाही के मंजर का विश्लेषण करते हैं. ये दस्तावेज रूस द्वारा उत्पन्न बाधाओं के समक्ष यूक्रेनी अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा फंसे लोगों की आधिकारिक निकासी और सहायता वितरण संबंधी सतत प्रयासों का विवरण प्रस्तुत करते हैं.
ह्यूमन राइट्स वॉच की क्राइसिस एंड कांफ्लिक्ट निदेशक इडा साव्यर ने कहा, "रूसी सेनाओं द्वारा मारियुपोल के विध्वंस और यहां यूक्रेनी संस्कृति को मिटाने की लगातार कोशिश यूक्रेन पर उनके चौतरफा हमले के सबसे निकृष्ट अध्यायों में एक है. न्याय के लिए प्रतिबद्ध अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और सरकारों को चाहिए कि उन वरिष्ठ रूसी अधिकारियों की भूमिका की जांच पर ध्यान केंद्रित करें जो कभी जीवंत रहे इस शहर में युद्ध अपराधों की कमान संभाले प्रतीत होते हैं."
यह रिपोर्ट ह्यूमन राइट्स वॉच और यूक्रेन के प्रमुख मानवाधिकार संगठन ट्रुथ हाउंड्स द्वारा किए गए 240 साक्षात्कारों, जिनमें ज्यादातर विस्थापित मारियुपोल निवासियों के साक्षात्कार हैं, पर आधारित है. साथ ही इस रिपोर्ट के लिए ह्यूमन राइट्स वॉच और एसआईटीयू ने 850 से अधिक तस्वीरों, वीडियो एवं दस्तावेजों और दर्जनों उपग्रह चित्रों का विश्लेषण किया है. डिजिटल मल्टीमीडिया फीचर के लिए सात इमारतों, जो साफ तौर पर गैरकानूनी हमलों में ढाहे गए थे, का 3डी पुनर्निर्माण किया गया, क्षतिग्रस्त स्कूलों और अस्पतालों से संबंधित ग्राफिक्स बनाए गए और मृतकों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए कब्रगाहों का विश्लेषण किया गया.
समूहों ने 14 स्थलों पर किए गए उन हमलों का विस्तार से दस्तावेजीकरण किया, जिनमें 18 इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं थी, नागरिक मारे गए और घायल हुए थे. इनमें दो अस्पताल, नागरिकों को शरण देने वाली शहर की रंगशाला, खाद्य भंडारण केंद्र, सहायता वितरण स्थल, सुपरमार्केट और आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल की जा रही आवासीय इमारातों पर हमले शामिल हैं. ह्यूमन राइट्स वॉच और ट्रुथ हाउंड्स को इन संरचनाओं के अंदर या आस-पास यूक्रेनी सैन्य उपस्थिति का कोई सबूत नहीं मिला या केवल मामूली सैन्य उपस्थिति मिली. यह तथ्य स्पष्ट रूप से इन हमलों को गैरकानूनी बना देते हैं.
इंटरव्यू देने वाले एक व्यक्ति, जिसने 13 मार्च, 2022 को एक आवासीय इमारत पर हमले के बाद जीवित बचे लोगों की सहायता की थी और मलबे से शव निकालने में मदद की थी, ने आंखों देखी घटना का वर्णन करते हुए कहा, ''इमारत पूरी तरह नष्ट कर दी गई. केवल बाथरूम के एक हिस्से और गलियारे के एक हिस्से के अलावा वहां लगभग कुछ भी नहीं बचा था. [एक व्यक्ति अपनी मृत मां की बगल में] खून से लथपथ था. उसके कान, नाक और आंखों से खून निकल रहा था और वह चिल्ला रहा था.... [एक दूसरा आदमी] अपने बेजान पड़े बच्चे को हाथों में लिए उससे बातें कर रहा था. वह बोलता रहा, 'बच्चा बिल्कुल खामोश था'." हमले में आठ नागरिकों की जान चली गई और तीन घायल हुए थे.
ट्रुथ हाउंड्स के कार्यकारी निदेशक रोमन अव्रामेंको ने कहा,"रूसी कब्जे से दुर्गम बने क्षेत्रों में युद्ध अपराधों की जांच की चुनौतियों के बावजूद, हमने और हमारे सहयोगियों ने मारियुपोल में रूसी सेनाओं के आपराधिक करतूतों की सच्चाई उजागर करने के लिए लगभग दो साल खर्च किए हैं. इस जांच का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इन अपराधों को कभी भुलाया न जाए और अपराधियों को न्याय प्रक्रिया का सामना करना पड़े."
शहर के मुख्य कब्रिस्तानों की सैटेलाइट इमेज, तस्वीरों और वीडियो के विश्लेषण से पता चला कि मार्च 2022 से फरवरी 2023 के बीच मारियुपोल में 10,000 से अधिक लोगों को दफनाया गया था. शहर की सामान्य मृत्यु दर के साथ कब्रों की संख्या में वृद्धि की तुलना कर अध्ययन समूह ने अनुमान लगाया है कि संघर्ष या युद्ध संबंधी कारणों से कम से कम 8,000 लोगों की मौत हुई. हालांकि यह पता नहीं है कि उनमें से कितने नागरिक थे.
मृतकों की कुल संख्या काफी अधिक हो सकती है: कुछ कब्रों में कई शव थे और अन्य के शव संभवतः मलबे में दफन हो गए हों. कुछ शायद अस्थायी कब्रों में दफनाए गए हों और अन्य की बाद में युद्ध जनित कारणों से मौत हो गई हो. लापता लोगों के कुछ रिश्तेदार अभी भी अपने प्रियजनों की तलाश कर रहे हैं.
हजारों लोग घायल हुए, जिनमें से कई को विस्फोटों के कारण घातक मस्तिष्क आघात लगा. इसके अलावा, बहुत सारे या तो अपंग हो गए या उनकी देखने और सुनने की क्षमता ख़त्म हो गई या फिर याददाश्त चली गई.
रिपोर्ट में 17 रूसी और रूस से संबद्ध बलों की पहचान की गई है जो मार्च और अप्रैल 2022 में युद्ध के चरम पर मारियुपोल में युद्ध-संचालन कर रहे थे.
समूहों ने युद्ध की कमान थामे ऐसे 10 लोगों की भी पहचान की है जो गैरकानूनी हमलों और मानवीय सहायता और लोगों की निकासी में संभावित मनमाना अवरोध पैदा करने के कारण युद्ध अपराधों के लिए आपराधिक रूप से जिम्मेदार हो सकते हैं. उन्होंने मारियुपोल निवासियों को रूस और रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में जबरन भेजने जैसे युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ संभावित अपराध भी किए होंगे. युद्ध की कमान थामने की जिम्मेदारी के उसूल के तहत, एक वरिष्ठ अधिकारी अपने मातहतों के अपराधों के लिए जिम्मेदार होता है यदि वह जानता हो या उसे जानना चाहिए कि अपराध किए जा रहे हैं लेकिन वह मातहतों को रोकने या दंडित करने के वास्ते उचित कदम नहीं उठाता.
4 दिसंबर, 2023 को ह्यूमन राइट्स वॉच ने रूसी सरकार को रिपोर्ट के निष्कर्षों का सारांश और सवालों की एक सूची भेजी, लेकिन 1 फरवरी तक कोई जवाब नहीं मिला था.
शहर पर कब्ज़ा करने के बाद रूसी सरकारी तंत्र मारियुपोल में नई-नई गगनचुंबी इमारतों का निर्माण कर रहा है. ऐसा वह 2035 तक मारियुपोल के पुनर्निर्माण और विकास की अपनी घोषित योजना के तहत कर रहा है. कब्ज़ाधारी बल को आबादी की रक्षा के लिए मलबा साफ करना चाहिए और असुरक्षित संरचनाओं को गिरा देना चाहिए. हालांकि, स्वतंत्र जांचकर्ताओं की अनुपस्थिति में रूसी सरकार सैकड़ों संभावित अपराध स्थलों पर भौतिक साक्ष्य मिटा रही है.
कब्ज़ाधारी सेनाएं यूक्रेनी पहचान से जुड़े चिह्नों को भी मिटा रही हैं, वे रूसी स्कूल पाठ्यक्रम लागू कर रही हैं और सड़कों के नए नाम रख रही हैं. वे वहां के निवासियों को कुछ नौकरियों और सुविधाओं के लिए आवेदन करने हेतु रूसी पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए मजबूर कर रही हैं.
यूक्रेन के अन्य इलाकों की तरह ही मारियुपोल में भी रूसी और संबद्ध बलों ने बड़े इलाके को प्रभावित करने वाले विस्फोटक हथियारों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया. इसके अलावा, उन्होंने आबादी वाले क्षेत्रों में टैंकों और भारी तोपों, मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर और मिसाइलों का इस्तेमाल करने के साथ-साथ हवाई हमले किए. आबादी वाले क्षेत्रों में नागरिकों और असैन्य बुनियादी ढांचे पर विनाशकारी प्रभाव डालने वाले ऐसे हथियारों का इस्तेमाल गैरकानूनी रूप से अंधाधुंध और बेहिसाब हमलों से जुड़ी चिंताओं को बढ़ाता है.
साव्यर ने कहा, "मारियुपोल दुनिया भर के शहरों और कस्बों में विस्फोटक हथियारों के कारण होने वाले क्रूर विनाश और आपदाओं का साक्षी है. तमाम सरकारों को चाहिए कि वे यूक्रेन में किए गए अपराधों के लिए न्याय की मांग करें और आबादी वाले क्षेत्रों में विस्फोटक हथियारों के इस्तेमाल की निंदा करने वाले अंतरराष्ट्रीय घोषणा पर हस्ताक्षर करें."